इंडस्ट्री और अकादमिक क्षेत्र में बढिय़ा तालमेल बनाने के लक्ष्य से विप्रो इंडस्ट्री की वरिष्ठ साफ्टवेयर इंडीनीयर रूपिंदर कौर ने इनोसैंट हार्टस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशनस में दौरा किया और लोहारां कैंपस में डिजीटल मार्किटिंग में कैरीअर विषय पर गैस्ट लैक्चर के दौरान बच्चों के साथ अपने विचार सांझे किए।
यह लैक्चर बी.बी.ए. और एम.बी.ए. के विद्यार्थियों के लिए करवाया गया था। रूपिन्द्र कौर ने विद्यार्थियों को बताया कि इलैक्ट्रानिक मीडिया के एक या एक से अधिक ब्रांड की प्रमोशन को ही डिजीटल मार्किटिंग कहा जाता है। उन्होंने बताया कि सोशल नैटवर्किंग या मोबाईल ऐप्लीकेशन द्वारा डिजीटल मार्किटिंग में वर्तमान एवं आने वाले नए ग्राहकों के मध्य अच्छे संबंध बनाए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इंटरनैट और मोबाईल का अधिक उपयोग करने वालों के लिए ही अब डिजीटल मार्किटिंग का स्वरूप दिन प्रतिदिन प्रफुल्लित हो रहा है। रूपिन्द्र कौर ने विद्यार्थियों को डिजीटल मार्किटिंग कैरीयर के रूप में अपनाने के लिए भी प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों जैसे जालन्धर में डिजीटल मार्किटिंग को छोटे उद्योग के रूप में अपनाया जा सकता है और भविष्य में इससे बहुत लाभ होंगे। विद्यार्थियों ने लैक्चर के अंत में प्रश्न पूछकर अपने संदेह दूर किये। इस अवसर पर ग्रुप डायरैक्टर डा. शैलेश त्रिपाठी ने रूपिन्द्र कौर का विद्यार्थियों के साथ बहूमूल्य जानकारी साझी करने पर धन्यवाद किया।
यह लैक्चर बी.बी.ए. और एम.बी.ए. के विद्यार्थियों के लिए करवाया गया था। रूपिन्द्र कौर ने विद्यार्थियों को बताया कि इलैक्ट्रानिक मीडिया के एक या एक से अधिक ब्रांड की प्रमोशन को ही डिजीटल मार्किटिंग कहा जाता है। उन्होंने बताया कि सोशल नैटवर्किंग या मोबाईल ऐप्लीकेशन द्वारा डिजीटल मार्किटिंग में वर्तमान एवं आने वाले नए ग्राहकों के मध्य अच्छे संबंध बनाए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इंटरनैट और मोबाईल का अधिक उपयोग करने वालों के लिए ही अब डिजीटल मार्किटिंग का स्वरूप दिन प्रतिदिन प्रफुल्लित हो रहा है। रूपिन्द्र कौर ने विद्यार्थियों को डिजीटल मार्किटिंग कैरीयर के रूप में अपनाने के लिए भी प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों जैसे जालन्धर में डिजीटल मार्किटिंग को छोटे उद्योग के रूप में अपनाया जा सकता है और भविष्य में इससे बहुत लाभ होंगे। विद्यार्थियों ने लैक्चर के अंत में प्रश्न पूछकर अपने संदेह दूर किये। इस अवसर पर ग्रुप डायरैक्टर डा. शैलेश त्रिपाठी ने रूपिन्द्र कौर का विद्यार्थियों के साथ बहूमूल्य जानकारी साझी करने पर धन्यवाद किया।