इनोसैंट हाट्र्स ग्रुप आफ इंस्टीच्यूशनका द्वारा निकटवर्ती गांवों में सामाजिक जागरूकता के लिए विशाल रोड शो निकाला गया। यह रोड शो ‘दिशा अभियान’ के तहत निकाला गया। इस रोड शो में इंस्टीच्यूट के होटल मैनेजमैंट, एम.सी.ए., एम.बी.ए., बी.बी.ए., बी.काम (प्रोफैशनल), बी.बी.ए. (मैडीकल लैब साईंस एवं कृषि) के सैंकड़ों विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने हिस्सा लिया।
इस रोड शो का मुख्य उद्देश्य समाज और लोगों में विभिन्न सामाजिक मुद्दों बारे रौशनी डालना था। इस द्वारा समाज में चल रही बुराइयों से लोगों को बचाने के लिए सचेत किया गया। इस रोड शो में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने छ: गांवों में जागरूकता लहर चलाई।
यह गांव थे-बुद्दो पिंदर, उठौला, कोहाला, निज्जरा, ललीया कलां, रामपुर ललीयां। इन गांवों में पहुंच कर विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने गांव के सरपंच, पंचों और गांव के लोगों के साथ बातचीत की और उन्हें सामाजिक तौर पर जागरुक किया। विद्यार्थियों ने हाथों में बैनर पकड़े हुए थे, इन पर लिखा था-बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जैविक कृषि अपनाओ, रक्तदान महादान, पौधे लगाओ-किांदगी बचाओ, नेत्र दान करो आदि।
सभी गांवों में इंस्टीच्यूट द्वारा स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों की मदद के साथ कैम्प भी लगाए गए। लैब साइंस विभाग द्वारा मैडीकल कैम्प लगाया गया, जिसमें बल्ड टैस्ट और शूगर टैस्ट किए गए। कृषि विभाग द्वारा मिट्टी की जांच बारे कैम्प लगाया गया और गांवों के किसानों को समझाया गया कि कैसे जैविक कृषि अपनाने से उनकी भूमि और मिट्टी अधिक उपजाऊ हो सकती है।
स्टाफ सदस्यों ने गांवों के लोगों को अपने बच्चों को खासकर लड़कियों को कारूर पढ़ाने के लिए कैरियर गाईडंस कैम्प भी लगाया। इस दौरान गावों के लोगों द्वारा इस रोड शो के लिए इंस्टीच्यूट के प्रयासों की प्रशंसा की गई और उन्होंने इस रोड शो का भरपूर समर्थन भी किया।
ग्रुप डायरैक्टर डा. शैलेश त्रिपाठी ने विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उनको शाबाशी दी। होटल मैनेजमैंट के प्रिंसीपल दीपक पॉल ने सभी विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को रोड शो की सफलता पर बधाई दी।
इस रोड शो का मुख्य उद्देश्य समाज और लोगों में विभिन्न सामाजिक मुद्दों बारे रौशनी डालना था। इस द्वारा समाज में चल रही बुराइयों से लोगों को बचाने के लिए सचेत किया गया। इस रोड शो में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने छ: गांवों में जागरूकता लहर चलाई।
यह गांव थे-बुद्दो पिंदर, उठौला, कोहाला, निज्जरा, ललीया कलां, रामपुर ललीयां। इन गांवों में पहुंच कर विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने गांव के सरपंच, पंचों और गांव के लोगों के साथ बातचीत की और उन्हें सामाजिक तौर पर जागरुक किया। विद्यार्थियों ने हाथों में बैनर पकड़े हुए थे, इन पर लिखा था-बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जैविक कृषि अपनाओ, रक्तदान महादान, पौधे लगाओ-किांदगी बचाओ, नेत्र दान करो आदि।
सभी गांवों में इंस्टीच्यूट द्वारा स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों की मदद के साथ कैम्प भी लगाए गए। लैब साइंस विभाग द्वारा मैडीकल कैम्प लगाया गया, जिसमें बल्ड टैस्ट और शूगर टैस्ट किए गए। कृषि विभाग द्वारा मिट्टी की जांच बारे कैम्प लगाया गया और गांवों के किसानों को समझाया गया कि कैसे जैविक कृषि अपनाने से उनकी भूमि और मिट्टी अधिक उपजाऊ हो सकती है।
स्टाफ सदस्यों ने गांवों के लोगों को अपने बच्चों को खासकर लड़कियों को कारूर पढ़ाने के लिए कैरियर गाईडंस कैम्प भी लगाया। इस दौरान गावों के लोगों द्वारा इस रोड शो के लिए इंस्टीच्यूट के प्रयासों की प्रशंसा की गई और उन्होंने इस रोड शो का भरपूर समर्थन भी किया।
ग्रुप डायरैक्टर डा. शैलेश त्रिपाठी ने विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उनको शाबाशी दी। होटल मैनेजमैंट के प्रिंसीपल दीपक पॉल ने सभी विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को रोड शो की सफलता पर बधाई दी।